Category Archives: Suvichaar

सुविचार

🌞सुविचार🌞

पानी को कितना भी गर्म कर लें पर वह थोड़ी देर बाद अपने मूल स्वभाव में आकर शीतल हो जाता हैं…
इसी प्रकार हम कितने भी क्रोध में, भय में, अशांति में रह लें, थोड़ी देर बाद-बोध में, निर्भयता में और प्रसन्नता में हमें आना ही होगा क्योंकि यही हमारा मूल स्वभाव है…

सुप्रभात जी…☕…

सुविचार

🌞सुविचार🌞

विश्वास किसी पर इतना करो कि वो तुम्हे छलते समय खुद को दोषी समझे…
और प्रेम किसी से इतना करो कि उसके मन में सदैव तुम्हें खोने का डर बना रहे…

सुप्रभात जी…☕…

सुविचार

🌞सुविचार🌞

*किसी की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल उस मक्खी की तरह है जो सारे खूबसूरत जिस्म को छोडकर केवल जख्म पर ही बैठती है…*

सुप्रभात जी…☕…

सुविचार

सुविचार

*ईश्वर ने दूसरों को क्या दिया है, ये देखने में हम लोग इतने व्यस्त होते हैं, कि ईश्वर ने हमें क्या दिया है वो देखने का हमें वक़्त ही नही होता…*

सुप्रभात जी…

सुविचार

🌞सुविचार🌞

*सफलता का एक आसान फार्मूला है, आप अपना सर्वोत्तम दीजिये और हो सकता है लोग उसे पसंद कर लें…*

सुप्रभात जी…☕…
🙏🏼🌞🌹

Suvichar

🌞सुविचार🌞

*चाहे आज आप कुछ न करें और एक अनिश्चित कल के लिए तैयार हो जाएं, या आज आप अपने कल को बेहतर और उज्ज्वल बनाने के लिए कुछ अच्छा करें…*

सुप्रभात जी…☕…

Suvichaar

🌞सुविचार🌞

*​अपनी प्रतिष्ठा का बहुत अच्छे से ख्याल रखे​, ​क्योंकि यही है जिसकी उम्र आप से ज्यादा है​…*

सुप्रभात जी…☕…
🙏🏼🌞🌹🌞🙏🏼

सुविचार

🌞सुविचार🌞

*अपने बुरे समय में कभी भी किसी बुजदिल से सलाह मत लेना, वरना वो आपकी बची कुची हिम्मत भी खत्म कर देंगे…*

सुप्रभात जी…☕…

Ubuntu

उबुन्टु ( UBUNTU ) एक सुंदर कथा…!

उबुन्टु ऑपरेटिंग सिस्टम
( Ubuntu Operating System )

जानते हैं, किससे प्रेरित है इस ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम ?
👇
कुछ आफ्रिकन आदीवासी बच्चों को एक मनोविज्ञानी ने एक खेल खेलने को कहा।

उसने एक टोकरी में मिठाइयाँ और कैंडीज एक वृक्ष के पास रख दिए।

बच्चों को वृक्ष से 100 मीटर दूर खड़े कर दिया।

फिर उसने कहा कि, जो बच्चा सबसे पहले पहुँचेगा उसे टोकरी के सारे स्वीट्स मिलेंगे।

जैसे ही उसने, रेड़ी स्टेडी गो कहा…..

तो जानते हैं उन छोटे बच्चों ने क्या किया ?

सभी ने एक दुसरे का हाँथ पकड़ा और एक साथ वृक्ष की ओर दौड़ गए, पास जाकर उन्होंने सारी मिठाइयाँ और कैंडीज आपस में बराबर बाँट लिए और मजे ले लेकर खाने लगे।

जब मनोविज्ञानी ने पूछा कि, उन लोगों ने ऐंसा क्यों किया ?

तो उन्होंने कहा—” उबुन्टु ( Ubuntu ) ”

जिसका मतलब है,

” कोई एक व्यक्ति कैसे खुश रह सकता है जब, बाकी दूसरे सभी दुखी हों ? ”

उबुन्टु ( Ubuntu ) का उनकी भाषा में मतलब है,

” मैं हूँ क्योंकि, हम हैं! ”

सभी पीढ़ियों के लिए एक सुन्दर सन्देश,
आइए इस के साथ सब ओर जहाँ भी जाएँ, खुशियाँ बिखेरें,

आइए उबुन्टु ( Ubuntu ) वाली जिंदगी जिएँ…..

” मैं हूँ क्योंकि, हम हैं..!! ”
I am,because we are.
👍👍👍

साथ सदैव बना रहै…!